चतुर चीकू

चतुर चीकू 


भेडिया
पोटली 
चतुर 
मलाई 
मिर्च 
पुड़िया 
चीकू खरगोश की नानी का गाँव बहुत दूर था। रास्ते में बहुत बड़ा जंगल था। एक दिन चीकू अपनी माँ से बोला, 'माँ, मैं नानी के घर जाऊँगा।' उस की माँ बोली, 'रास्ते में जंगल है। जंगल में शेर, चीता, भालू, भेड़िया जैसे जानवर हैं। कोई भी पकड़कर खा जाएगा।' चीकू बोला, 'माँ, मैं इन सब से बचकर चला जाऊँगा।' चीकू की माँ को पता था कि उसका बेटा चतुर है, इसलिए वह बच जाएगा। उसने एक पोटली में चीकू के लिए रोटी बाँध दी। चीकू नानी के गाँव चल दिया। 
जब चीकू जंगल में पहुँचा तो उसे एक लोमड़ी मिली। चीकू को देखकर उसके मुँह में पानी आ गया। वह बोली, 'इतना सुंदर खरगोश तो मैंने पहले कभी देखा नहीं। 
आज तो मैं तुझे खाऊँगी।' 
चीकू बिलकुल नहीं डरा। वह बोला, 'नानी के घर जाऊँगा, दूध-मलाई खाऊँगा, मोटा होकर आऊँगा, तब तुम मुझ को खा लेना।' लोमडी ने उसे जाने दिया। ठीक है जाओ, एक महीने बाद मैं यहीं मिलँगी,' लोमड़ी ने कहा। चीकू बोला, 'बहुत अच्छा चलते-चलते चीकू को एक भेड़िया मिला। भेडिए ने उसे पकड़ लिया। उसने कहा, 'मुझे छोड़ दो।’ भेड़िया बोला, 'क्यों?' चीकू ने कहा, 'नानी के घर जाऊँगा. दूध-मलाई  खाऊँगा, मोटा होकर आऊँगा, तब तुम मुझको खा लेना।' भेड़िया बोला, 'मेरे साथ धोखा नहीं करना।' चीकू बोला, 'तुमसे धोखा करके मैं कहाँ जाऊँगा। एक महीने बाद मझे यहीं मिलना।' इस तरह चीकू बचता हुआ नानी के घर पहुँच गया। 
चीकू को देखकर नानी बहुत खुश हुई। उसने नानी को जंगल की सारी बातें बताई। नाना के घर पर चीकू रोज़ मीठी-मीठी गाजर खाता। तरह-तरह के फल खाता, मिठाई खाता। वह दूध-मलाई खाता। वह सचमुच मोटा हो गया। एक दिन उसने नानी से अपने घर जान के लिए कहा। नानी रोने लगी। चीक ने नानी को अपनी चाल बताई। वह मान गई। उसने चीकू के लिए एक ढोलक मंगवाई। उसे एक पडिया दी। ढोलक में बैठकर चीकू अपने घर चल पड़ा।
ढोलक लुढ़कते-लुढ़कते जंगल में पहुँची। उसे पहले भेड़िया मिला। ढोलक देख कर वह उसके पास पहुँचा। ढोलक में से आवाज़ आई, 'चल मेरी ढोलक टिंबक टैं। टिंबक ,, भई टिंबक हूँ।' ढोलक चल पड़ी। भेड़िया देखता रह गया। इस तरह से चीक बचता हुआ अपने घर के पास पहुँच गया। लोमड़ी ढोलक को देखकर उसके पास गई। ढोलक में से आवाज़ आई, 'चल मेरी ढोलक टिंबकू ,, टिंबक ढूँ, । लोमडी समझ गई कि चीकू ढोलक में छुपा हुआ है। उसने ढोलक को पंजे से फोड़ दिया। चीक ने तरंत मिर्च की पुड़िया खोली और लोमड़ी की आँखों की ओर फेंक दी। आँखों में मिर्च गिरते ही लोमड़ी चिल्लाती हुई जंगल की ओर भागने लगी। चीकू बचकर अपने घर में घुस गया। माँ ने उसे प्यार से गले लगा लिया। 
अभ्यास

1.नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए 
क) चोकू किसका नाम है?
 ख) चीकू कैसा बेटा था? 
ग) चीकू को माँ ने पोटली में क्या बाँधा?
 घ) लोमड़ी ने पंजे से क्या फोड़ा?
ङ) नानी ने चीकू को पुडिया में क्या दिया? 
2. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए 
के. पोटलो लेकर चीकू कहाँ चला? नानी के कार, .. 
चीकू को रास्ते में कौन कौन से जानवर मिले? लोमड़ी और मेडिया 
चोकू ने नानी के घर पर क्या-क्या खाया? 
गाजर, फल मिठाई 
 घ. लोमड़ों चिल्लाती हुई जंगल में क्यों भाग गई? 
 चीकू के घर पहुँचते ही माँ ने क्या किया? प्यार से गले लगा लिया 

3. पाठ के आधार पर वाक्य पूरे कीजिए 

आज तो 
बिलकुल 
चोकू 
नानो के घरे 
लगी। नहीं डरा। जाऊँगा। तुझे खाऊँगी। 
रोने 
नानी 
4. जब आप अपनी नानी के घर रहने जाते हैं तब वहाँ पर आप बहुत-सी चीजें खाते होंगे। किडीं चार चीजों के नाम लिखिए 

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