संकलित कविताएँ

 १. किस्सा सुनो किसी जंगल का 

२. मुंशी प्रेमचंद 
३. ऊँट चला 
४. हौदा हाथी 
५. डोकरी माँ 
६. रंगबिरंगे फूल 
७. भगवान कहाँ ! 
८. रसोई में भगदड़  
९. दही वडा 
१०. हम तो सो रहे थे (रामगोपाल परदेशी )  
११. हाथी घोड़ा सैर कराएँ 
१२. लाला जी लडडू दो 
१३. पहलवान जी 
१४. चाँद का हठ 
१५. मेरी नानी 
१६. तब याद तुम्हारी आती है (रामनरेश त्रिपाठी ) 
१७. "ई" बढऊ 
१८. रेलगाड़ी 
१९. नाव चली 
२०. गिरकर उठने दो 
२१. आराधना 
२२. बापू के बन्दर 
२३. भगवान कहाँ 
२4 . चटरु मटरू 
२५ . देश की शान 
२६ . दीवाली 
२७ . दीवाली के गीत 
२८ . कुछ करना होगा (श्री रमेश चंद पन्त ) 
२९ . गोरा गोरा चन्दा 
३०.  जंगल के जानवर आए घूमने शहर 
३१. सूरज (सूर्यकुमार पांडेय ) 
३२. कागज़ की नाव 
३३. गुड़िया (कुंवर नारायण ) 
३४. मेरी नानी 
३५. प्रतिध्वनि 
३६. भौंचक्क (रमेशचन्द शाह ) 
३७. सूरज जल्दी आना जी 
३८. शरबत की बारी आई 
३९. तिरंगा हमारा (शेरजंग गर्ग)
४०. मिलकर गाओ (श्री प्रसाद )
४१. पानी (श्री प्रसाद )
४२.  अच्छी बात है     (श्री रवि ) 
४३. जल (श्री रवि )
४४. अगर नभ में बादल न होते (श्री स्वर्ण)
४५ . नानी का किस्सा (श्री प्रसाद )
४६. सीखो (श्रीधर पाठक ) 
४७. मन करता है (सुरेंद्र विक्रम)
४८. एकता का सन्देश ( टी  जी प्रभाशंकर "प्रेमी ")  
४९. माँ का प्यार ( टी  जी प्रभाशंकर "प्रेमी ")  
५०. खिलौने (विनोद चंद पांडेय ) 
५१. त्यौहार 
५२. गुड़िया और खिलौने 
५३. संख्या 
५४. पशु-पक्षी 
५५. यातायात 
५६. फल -सब्जियाँ 
५७. कहानियाँ 
५८. देशभक्ति 
५९. सामान्य 
६०. लोक -गीत 
































गिरकर उठने दो 

खिलने दो एक सुन्दर फूल ,
बजने दो एक सुन्दर राग,
खुशबू फिर देखना इस चमन की ,
फिर देखना ललक बाल मन की 
मत डरो कि चल नहीं पाएगा ,
मत डरो कि चल नहीं पाएगा ,
मत डरो कि गिर जाएगा ,
उसे गिरने दो , गिरकर उठने दो ,
सोचो -स्वयं चलना सीख जाएगा ,
नील आसमान  में उड़कर ,
गीत सुन्दर गुनगुनाएगा ,
बैसाखी देकर अब तक 
अपंग हमने उसे बनाया है 
अब तक उसे रास्ता सुझाया है ,
थोड़ा विश्वास कर उस पर ,
खोजने दो उसे अपनी राह ,
पूरी कर लेने दो अपनी चाह,
फिर देखना , मैकाले का बोझ
कंधो से उतर जाएगा ,
दूर पूर्व में तुम्हें नया 
सूर्य नज़र आएगा ।  



























































































































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