अनमोल वचन
ना पूछो ज़माने से ,क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तानी हैं।।
व्यक्ति निर्धन तब नहीं होता, जब उसके पास कुछ नहीं रहता। बल्कि तब हो जाता हैं, जब लोग उससे माँगना बंद कर देतें हैं, वो चाहे प्रेम हो समय हो या सहायता हो| 🌹सुप्रभात🌹
जीवन में सदैव अपने कर्मों से डरना चाहिए ईश्वर से नहीं डरें.. .. जिंदगी के हाथ नहीं होते, लेकिन कभी-कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है।। 🌹 शुभ प्रभात 🌹
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है, और... दूसरों पर रखो तो, कमजोरी बन जाती है !
आप कब सही थे, अगर इंसान अपनी खुद की गलतियो को अपनी उँगलियों पर गिनने लगे, तो उसे दूसरों की जिंदगी में उँगली उठाने का वक्त ही नहीं मिलेगा..!! 🌹 शुभ प्रभात 🌹
आँसूओं के प्रतिबिंब गिरे, ऐसे दर्पण अब कहाँ..? बिना कहे सब कुछ समझे, वैसे रिश्ते अब कहाँ..!! भगवान और इंसान में.... सिर्फ इतना ही फर्क है कि.... भगवान तन से पत्थर है और... इंसान मन से पत्थर है ! 🌹 प्राःत प्रणाम 🌹
कोई भी व्यक्ति आपको एहसास दिला सकता है कि दुनिया कितनी शानदार है ...! लेकिन केवल माँ ही आपको एहसास दिलाएंगी कि आप दुनिया में कितने शानदार हैं 🙏🏻 सुप्रभात 🙏🏻
"ईश्वर" से शिकायत क्यों हैं....?
ईश्वर ने पेट भरने की जिम्मेदारी ली हैं.....
पेटियाँ भरने की नहीं.....!
ह्रदय कैसे चल रहा हैं....,
यह डाक्टर बता देंगे,
परन्तु....
ह्रदय में क्या चल रहा हैं....,
यह तो स्वयं को ही देखना हैं.....!!
सत्य का अनुभव कहता है ,
आपके शब्द कितने ही महत्पूर्ण क्यों न हों, सुनने वाला अपनी क्षमता के अनुसार ही समझेगा
हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने में, बहुत मुश्किल होती है, अपनों को समझाने में। एक पल में किसी को भुला मत देना, जिंदगी लग जाती है, किसी को अपना बनाने में। बुराई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती..
*कद्र करनी है तो जीते जी करो*
*मरने के बाद तो पराए भी रो देते हैं ,*
*जब तक जिस्म में जान है ,*
*तो देखते नहीं है लोग,*
*जब रूह निकल जाएगी तो*
*कफ़न हटा हटा कर देखेंगे,*
*किसी ने क्या खूब लिखा है*
*वक्त निकालकर बातें कर लिया*
*करो अपनों से,*
*अगर अपने ही न रहेंगे तो वक्त*
*का क्या करोगे,*
*गरूर किस बात का साहब*
*_आज मिट्टी के ऊपर तो* *कल_*
*मिट्टी के नीचे* !!
मंजिल इंसान के हौसले आजमाती है
सपनों के परदे आँखों से हटाती है,
किसी भी बात से हिम्मत ना हारना,
ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है।।
मेरे पीछे मत चलिए,
हो सकता है कि मै नेतृत्व ना कर सकूँ
मेरे आगे मत चलिए
हो सकता है मैं "अनुगमन" ना कर सकूँ
बस मेरे साथ चलिए मेरे अपने बनकर
ताकि "मैं, आपके साथ चल सकूँ।
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